चुनाव आयोग ने शुक्रवार को झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच 5 चरणों में मतदान होगा। नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे। पिछली बार भी राज्य में पांच चरण में मतदान हुआ था। 81 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 को खत्म हो रहा है। राज्य में अभी भाजपा और आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) की गठबंधन सरकार है। रघुवर दास मुख्यमंत्री हैं। बहुमत के लिए 41 का आंकड़ा जरूरी है। 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 37 और आजसू को 5 सीटें मिली थीं। बाद में झारखंड विकास मोर्चा के 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए। अभी भाजपा के पास 43 विधायक हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि राज्य के 24 जिलों में से 19 नक्सल प्रभावित हैं। इनमें से 13 अति नक्सल प्रभावित हैं। 81 विधानसभा सीटों में से 67 नक्सल प्रभावित हैं। लोकसभा चुनाव के बाद कुछ नियमों को संशोधित किया गया है। शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को पोस्टल बैलट की सुविधा दी जाएगी। आवश्यक सेवाओं और बुजुर्गों को भी पोस्टल बैलट की सुविधा मिलेगी। जब तक दिल्ली चुनाव आएंगे तब तक सभी आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों के लिए भी पोस्टल बैलट की सुविधा देंगे।
चरण | सीटें | मतदान |
1 | 13 | 30 नवंबर |
2 | 20 | 7 दिसंबर |
3 | 17 | 12 दिसंबर |
4 | 15 | 16 दिसंबर |
5 | 16 | 20 दिसंबर |
नतीजे: 23 दिसंबर |
पहला चरण
सीटें: 13
नोटिफिकेशनः 6 नवंबर
नामांकन की आखिरी तारीख: 13 नवंबर
स्क्रूटनी: 14 नवंबर
नाम वापसी आखिरी तारीख: 16 नवंबर
मतदान की तारीख: 30 नवंबर
दूसरा चरण
सीटें: 20
नोटिफिकेशनः 11 नवंबर
नामांकन की आखिरी तारीख: 18 नवंबर
स्क्रूटनी: 19 नवंबर
नाम वापसी आखिरी तारीख: 21 नवंबर
मतदान की तारीख: 7 दिसंबर
तीसरा चरण
सीटें: 17
नोटिफिकेशनः 16 नवंबर
नामांकन की आखिरी तारीख: 25 नवंबर
स्क्रूटनी: 26 नवंबर
नाम वापसी आखिरी तारीख: 28 नवंबर
मतदान की तारीख: 12 दिसंबर
चौथा चरण
सीटें: 15
नोटिफिकेशनः 22 नवंबर
नामांकन की आखिरी तारीख: 29 नवंबर
स्क्रूटनी: 30 नवंबर
नाम वापसी आखिरी तारीख: 2 दिसंबर
मतदान की तारीख: 16 दिसंबर
पांचवां चरण
सीटें: 16
नोटिफिकेशनः 26 नवंबर
नामांकन की आखिरी तारीख: 3 दिसंबर
स्क्रूटनी: 4 दिसंबर
नाम वापसी आखिरी तारीख: 6 दिसंबर
मतदान की तारीख: 20 दिसंबर
भाजपा के खिलाफ झामुमो का महागठबंधन
भाजपा-आजसू के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाला महागठबंधन चुनाव लड़ेगा। झामुमो 43 से 45, कांग्रेस 25 से 27, राजद और लेफ्ट 5-5 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) इस महागठबंधन से अभी बाहर है। इसकी वजह यह है कि झाविमो नेता बाबूलाल मरांडी किसी भी कीमत पर झामुमो नेता हेमंत सोरेन को महागठबंधन का नेता मानने को तैयार नहीं हैं। मरांडी अपनी पार्टी के लिए कम से कम 22 सीटें चाहते थे। लेकिन झामुमो और कांग्रेस उन्हें 10 से 12 सीटें देने को ही तैयार थी। इसके चलते झाविमो ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया है।
झारखंड विधानसभा चुनाव में 2,26,17,612 मतदाता राज्य के 81 विधायक चुनेंगे। राज्य में कुल 1,18,16,098 पुरुष वोटर हैं। वहीं, महिला मतदाताओं की संख्या 1,08,01,274 है। 240 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं। जनवरी-2019 में जारी मतदाता सूची के अनुसार राज्य में जहां कुल वोटर 2,19,81,172 थे, वहीं आठ माह में यह संख्या 6 लाख 36 हजार बढ़ी है।
मुख्यमंत्री पद के दावेदार
भाजपा | रघुवर दास |
झामुमो | हेमंत सोरेन |
झाविमो | बाबूलाल मरांडी |
2014 विधानसभा चुनाव की स्थिति
पार्टी | सीटें | वोट शेयर |
भाजपा | 37 | 31.8% |
आजसू | 5 | 3.7% |
झामुमो | 19 | 20.8% |
झाविमो | 8 | 10.2% |
कांग्रेस | 6 | 10.6% |
अन्य | 6 | 22.9% |
कुल | 81 |
*पिछली बार राज्य में 66.6% वोटिंग हुई थी
राज्य की 14 में से 11 लोकसभा सीटें भाजपा के पास
2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड की 14 में से 11 सीटें भाजपा को मिली थीं। 1 सीट भाजपा की सहयोगी आजसू को मिली थी। झामुमो और कांग्रेस के हिस्से 1-1 सीट आई थी।